सीबीएसई 2020: कक्षा 10वीं, 12वीं के सैंपल पेपर और मार्किंग स्कीम जारी
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 2020 में होने वाली परीक्षा की तैयारी के लिए सीबीएसई 10वीं और 12वीं क्लास के सैंपल क्वेशन पेपर और मार्किंग स्कीम अपनी आॅफिशियल वेबसाइट पर जारी कर दी है। सीबीएसई 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं फरवरी-मार्च में होनी हैं। नए पैटर्न में प्रश्नों की संख्या, प्रश्नों के प्रकार में पुराने पैटर्न के बड़े परिवर्तन हैं। ऑब्जेक्टिव- एमसीक्यू, फिल इन द ब्लैंक्स, असर्शन-रीजन और पैसेज बेस्ड प्रश्नों को शामिल किया गया है। इस प्रकार के प्रश्न इंजीनियरिंग एवं मेडिकल एंट्रेंस में पूछे जाते हैं। इससे मेडिकल एवं इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स के लिए उपयोगी होगा। इधर, फिजिक्स एवं केमेस्ट्री के सैंपल प्रश्न पत्रों में कुल 37 प्रश्न पूछे हैं। गणित के प्रश्न पत्र में 36 प्रशन हैं। किंतु बायोलॉजी के प्रश्न पत्र में मात्र 27 प्रश्न पूछे हैं।
विद्यार्थी इस लिंक पर http://cbseacademic.nic.in/SQP_CLASSX_2019_20.html क्लिक कर सैंपल पेपर देख सकते हैं।
। सीबीएसई ने वेबसाइट पर मार्किंग स्कीम व सैंपल पेपर उपलब्ध कराए हैं। छात्र पेपर डाउनलोड कर परीक्षा की तैयारी इसी के आधार पर कर सकते हैं। इन सैंपल पेपर की मदद से स्टूडेंट्स को परीक्षा में आने वाले सवालों के प्रकार और उनकी मार्किंग स्कीम के बारे में जानकारी मिल जाएगी। जो उनकी बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी में काफी मदद करेंगे।
http://cbse.nic.in/newsite/examination.html
फिजिक्स, केमेस्ट्री व मैथ से अलग होगा बायोलॉजी का पैटर्न
बायोलॉजी के प्रश्न पत्र का पैटर्न फिजिक्स, केमेस्ट्री तथा मैथमेटिक्स के सापेक्ष काफी भिन्न है। फिजिक्स, केमेस्ट्री और मैथमेटिक्स में संपूर्ण प्रश्न पत्र को 4 भागों में बांटा गया है जबकि बायोलॉजी के प्रश्न पत्र में कुल 5 भाग हैं। सेक्शन-ए में 5 ऑब्जेक्टिव-एमसीक्यू प्रश्न निर्धारित हैं जो कि फिजिक्स केमेस्ट्री तथा मैथमेटिक्स के सापेक्ष कम हैं। बायोलॉजी के प्रश्न पत्र के सेक्शन-डी में में केस आधारित प्रश्नों का समावेश किया गया है, जो कि अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। केस आधारित यह प्रश्न एप्लीकेशन ऑफ कंसेप्ट्स पर आधारित होते हैैं।
छह तरह के वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाएंगे
बोर्ड ने रिजल्ट में सुधार के लिए 2020 में होने वाली 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षा में वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के पैटर्न में भी बदलाव करेगा। अब वस्तुनिष्ठ प्रश्न छह तरह के पूछे जाएंगे। परीक्षा में 20 फीसदी वस्तुनिष्ठ सवाल रहेंगे। अभी तक कुछ ही विषयों में वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाते थे लेकिन, इस साल से हर विषय में वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाएंगे।
अब ऐसे होंगे वस्तुनिष्ठ प्रश्न
मल्टीपल च्वाइस: इसमें एक सवाल होता है। उत्तर के चार विकल्पों में एक सही होता है।
मल्टीपल रिस्पांस: इसमें एक सवाल और चार विकल्प होते हैं। चारों विकल्प में एक से अधिक उत्तर सही होते हैं। मल्टीपल रिस्पांस वाले प्रश्न अधिकतर प्रतियोगी परीक्षा की प्रवेश परीक्षा में पूछे जाते हैं।
रिक्त स्थान भरें : इसमें कुछ वाक्य दिये जाते हैं, जिनमें एक या ज्यादा रिक्त स्थान होते हैं, जिनमें सही शब्द भरने होते हैं।
सही और गलत: इसमें कुछ स्टेटमेंट या वाक्य लिखे होते हैं, जिन्हें सही या गलत बताना होता है।
मैचिंग करने वाले सवाल: इसमें दो कॉलम दिये जाते हैं। पहले कॉलम का सही जवाब दूसरे कॉलम में होता है। उन्हें मिलान करना होता है।
रीजन: इसमें एक स्टेटमेंट होता है और उसके कारण में उसकी व्याख्या होती है कि क्यों बोला गया है। छात्रों को दोनों वाक्यों को पढ़ना होगा और यह देखना होगा कि दोनों सही है या नहीं