मेडिकल काॅलेजों में एमबीबीएस के लिए आयोजित प्रवेश परीक्षा नीट 2019 में सीकर निवासी नलिन खण्डेलवाल ने ऑल इंडिया टाॅप किया है। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर नलिन के फोटो विभिन्न संस्थाओं ने जारी किए और अपने संस्थान का विद्यार्थी होने का दावा प्रस्तुत किया। लोगों ने सीधे प्रश्न उठाया कि एक विद्यार्थी एक ही समय में तीन अलग-अलग संस्थाओं में कैसे पढ सकता है। आइए पड़ताल करते हैं।

प्रिंस एकेडमीः इस स्कूल से नलिन ने 12वीं कक्षा 95.80 प्रतिशत अंकों से पास की थी। प्रिंस एकेडमी अपने विज्ञापन में यही कहना चाह रही है कि नलिन खण्डेलवाल ने वर्ष 2019 में नीट टाॅप करने के साथ ही उनके संस्थान से 12वीं कक्षा 95.80 प्रतिशत अंकों से पास की लेकिन] कोचिंग नहीं ली।

आकाश इंस्टीट्यूटः नलिन इस कोचिंग संस्थान में डीएलपी यानी डिस्टेंस लर्निंग एजुकेशन प्रोग्राम का स्टूडेंट था। इस कोचिंग से नलिन ने नीट की तैयारी के लिए सिर्फ नोट्स मंगवाए थे। जोकि डाक के माध्यम से उसके घर के पते पर भेजे गए थे।

एलन कॅरियर इंस्टीट्यूटः नलिन ने इस संस्थान से नीट परीक्षा की तैयारी दो साल तक रेगुलर क्लासरूम कोचिंग स्टूडेंट के रूप में की थी। नलिन ही नहीं, उसका बड़ा भाई, जोकि एमबीबीएस कर रहा है, वह भी एलन का ही विद्यार्थी था। इसलिए सोशल मीडिया पर वायरल संदेशों पर ध्यान नहीं देकर हकीकत को अपनाएं…

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