एनटीएसई स्कॉलरशिप का कोटा दोगुना होने जा रहा है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधिकारियों की बैठक में इस पर सैद्धांतिक सहमति हो चुकी है। एनटीएसई का फाइनल एग्जाम 12 मई को होना है। देशभर से अलग-अलग राज्यों के कोटे से चयनित परीक्षार्थी फाइनल परीक्षा में शामिल होते हैं। एनसीईआरटी के सदस्य डाॅ. अवनीश पांडे ने बताया कि अभी तक एक हजार परीक्षार्थियों को स्कॉलरशिप मिलती थी, लेकिन अब यह संख्या दो हजार हो रही है। इसके साथ ही केंद्र सरकार स्टेट कोटा भी बढ़ाने के लिए तैयारी कर रही है। संभावना है कि परीक्षा से पहले एनटीएसई स्टेज-1 के परिणाम में बदलाव किया जाए और राजस्थान का जो कोटा पहले 257 स्टूडेंट्स का था, इसे 500 से अधिक कर परिणाम घोषित किया जाए।
स्टेट लेवल से चयनित छात्र देते हैं नेशनल एग्जाम
एनटीएसई परीक्षा दो चरणों में होती है। सबसे पहले हर राज्य में परीक्षा होती है। राजस्थान से हर साल करीब सवा लाख विद्यार्थी शामिल होते हैं। इनमें से स्टेट कोटे के अनुसार 257 का चयन होता है। फिर ये परीक्षार्थी फाइनल परीक्षा में शामिल होते हैं। इस बार स्टेट कोटा दोगुना यानी लगभग 514 हो सकता है। राजस्थान से लगभग सवा लाख परीक्षार्थियों को इसका फायदा मिलेगा, क्योंकि अगर स्टेट कोटा दोगुना होता है तो हर साल एग्जाम देने वाले लगभग सवा लाख परीक्षार्थियों में से 257 से लगभग दोगुने छात्र फाइनल परीक्षा में शामिल हो पाएंगे।
यह है स्कॉलरशिप राशि
फाइनल एग्जाम में चयनित परीक्षार्थियों को 11वीं और 12वीं पढ़ाई के लिए 1250 रुपए प्रतिमाह मिलते हैं। वहीं, ग्रेजुएशन और पीजी की पढ़ाई के लिए 2-2 हजार रुपए प्रतिमाह स्कॉलरशिप दी जाती है। पीएचडी के लिए यूजीसी के नियमानुसार स्कॉलरशिप के लिए राशि मिलती है।

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