आईआईटी में प्रवेश के लिए टॉप-20 पर्सेन्टाइल और 75 प्रतिशत अंक लाना नहीं होगा जरूरी

देश की सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-एडवांस्ड को लेकर गुरुवार को केन्द्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशांक ने महत्वपूर्ण घोषणाएं की। उन्होंने जेईई-एडवांस्ड की परीक्षा 3 जुलाई को आयोजित करने की बात कही। इस वर्ष यह परीक्षा आईआईटी खड़गपुर द्वारा आयोजित की जाएगी। इसके साथ ही गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी आईआईटी में प्रवेश के लिए आवश्यक 12वीं बोर्ड में 75 प्रतिशत अंक अथवा संबंधित बोर्ड की टॉप 20 पर्सेन्टाइल में छूट दे दी है।

बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स जेईई-एडवांस्ड की तिथि और आईआईटी में प्रवेश की पात्रता का इंतजार कर रहे थे। आईआईटी प्रवेश में बोर्ड पात्रता में दी गई छूट से उन हजारों विद्यार्थियों को फायदा होगा जिनकी 12वीं बोर्ड में 75 एवं कैटेगिरी अनुसार टॉप 20 पर्सेन्टाइल पात्रता नहीं है और इस वर्ष भी जेईई-एडवांस्ड देने के पात्र हैं। अब ये सभी विद्यार्थी जेईई-एडवांस्ड परीक्षा देकर आईआईटी में प्रवेश लेने के योग्य हैं। हालांकि अभी तक जेईई-मेन 2021 के इनर्फोमेशन बुलेटिन के अनुसार एनआईटी-ट्रिपलआईटी प्रवेश के लिए 12वीं बोर्ड पात्रता 75 प्रतिशत या कैटेगिरी अनुसार टॉप-20 पर्सेन्टाइल में आना अनिवार्य किया जा चुका है। इससे अब एनआईटी व ट्रिपलआईटी में भी प्रवेश बोर्ड पात्रता छूट दी जाएगी या नहीं, इसकी स्थिति पर असमंजस बना हुआ है। विद्यार्थियों का यह असमंजस दूर किया जाना जरूरी हो गया है।

आईआईटी एनआईटी प्रवेश के लिए जोसा द्वारा गत 4 वर्षों से काउंसलिंग करवाई जा रही है और इस काउंसलिंग की बोर्ड पात्रता भाग लेने वाले सभी इंस्टीट्यूट्स के लिए समान रूप से लागू होती है। ऐसे में बोर्ड पात्रता अलग-अलग होने एक ही काउंसलिंग के माध्यम से दोनों तरह के संस्थानों में प्रवेश कैसे देना संभव होगा इस पर प्रश्नचिह्न लगेगा।

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