देश की सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई एडवांस्ड परीक्षा राजस्थान के सात, देश के 155 व छह अन्य देशों में संपन्न हुई। परीक्षा दो चरणों में सुबह 9 से 12 व दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक हुई। विद्यार्थियों की ओर से मिले फीडबैक के अनुसार जेईई एडवांस्ड 2019 का पेपर पिछले वर्षों की तुलना में कठिन था। फिजिक्स व मैथेमेटिक्स ने विद्यार्थियों को परेशान किया जबकि कैमेस्ट्री का पेपर ओवरआॅल आसान रहा। पेपर 2 पेपर 1 की तुलना में कठिन था। पेपर पैटन वर्ष 2018 की तरह रहा लेकिन, प्रश्नों को पूछने का तरीका अलग था। पेपर लेन्दी होने से विद्यार्थियों को समय काफी लगा। जिस विद्यार्थी ने अलग-अलग डिफीकल्टी लेवल के पेपरों को साॅल्व करने का अभ्यास किया होगा, उन विद्यार्थियों के लिए जेईई एडवांस्ड 2019 का पेपर आसान रहा। पिछले वर्ष पेपर अधिकतम 360 अंकों का था जबकि इस वर्ष 372 अंकों का रहा। पेपर 1 और पेपर 2 अधिकतम 186-186 अंकों के रहे। इस बार मल्टीपल च्वाइस प्रश्नों में गलत उत्तर देने पर माइनस 1 अंक का प्रावधान किया गया। जोकि पिछले वर्ष माइनस 2 था।

कैमेस्ट्री
पेपर ओवरआॅल आसान रहा। जिससे विद्यार्थियों को काफी राहत मिली। इनआॅर्गेनिक में पी ब्लाॅक से संबंधित प्रश्नों की संख्या ज्यादा रही। काफी प्रश्न काॅर्डिनेशन कैमेस्ट्री पर आधारित पर भी रहे। इसके अलावा बाॅयोमोलीक्यूल व एसिडिक स्ट्रैन्थ से संबंधित प्रश्न भी काफी पूछे गए।

फिजिक्स
पेपर का स्तर काफी कठिन था एवं लेन्दी रहा। प्रश्नों को काफी उलझाकर पूछा गया जिससे विद्यार्थियों को काफी परेशानी हुई। मैकेनिक्स व माॅडर्न फिजिक्स टाॅपिक्स से काफी प्रश्न पूछे गए।

मैथेमेटिक्स
पेपर कठिन एवं लेन्दी रहा। कैलकुलस पार्ट कम था जबकि मेट्रिक्स डिटरमेन्ट व वेक्टर थ्री डी के प्रश्न ज्यादा पूछे गए।

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