जेईई 2018: जोसा द्वारा ज्वाइंट काउंसलिंग 15 जून से शुरू होगी
देश की 23 आईआईटी, 31 एनआईटी, 23 ट्रिपलआईटी एवं 23 जीएफटीआई की कुल 37952 सीटों के लिए इस वर्ष जोसा द्वारा ज्वाइंट काउंसलिंग 15 जून से शुरू होगी। इस वर्ष इंजीनियरिंग शिक्षण संस्थानों में जेंडर गेप को कम करने के लिए प्रथम बार छात्राओं को 14 प्रतिशत सीटों पर आवंटन दिया जाएगा। जोसा की वेबसाइट पर जारी की गई सीट मैट्रिक्स के अनुसार इस वर्ष आईआईटी की 291, एनआईटी की 99, ट्रिपलआईटी की 590 एवं जीएफटीआई की 764 सीटों में बढ़ोतरी हुई है। इस वर्ष जोसा काउंसलिंग में भाग लेने वाले समस्त काॅलेजों की कुल 37952 सीटों के साथ-साथ 1473 अतिरिक्त सीटों पर छात्राओं को आवंटन किया जाएगा। जिसमें 23 आईआईटी की 11279 सीटों के साथ-साथ छात्राओं के लिए 800 अतिरिक्त सीटें, 31 एनआईटी की 16800 सीटों के साथ-साथ छात्राओं के लिए 688 अतिरिक्त सीटें, 23 ट्रिपलआईटी की 4023 सीटें एवं जीएफटीआई की 4683 सीटों के साथ-साथ छात्राओं के लिए 20 अतिरिक्त सीटें शामिल हैं। इस बार जोसा काउंसलिंग में भाग लेने वाले आईआईटी, एनआईटी एवं अन्य संस्थानों की सीटों को जेंडर न्यूट्रल एवं फीमेल पूल में विभाजित किया गया है, यह प्रत्येक काॅलेज की प्रत्येक ब्रांच में लागू किया गया है।
छात्राओं को सीट आवंटन के लिए सर्वप्रथम फीमेल पूल में स्पर्धा करनी होगी। उसके उपरान्त फीमेल पूल में सीट नहीं मिलने पर उन्हें जेंडर न्यूट्रल पूल में रैंक की वरीयता के आधार पर सीट आवंटित की जा सकेगी। जोसा काउंसलिंग के दौरान छात्राओं को सीट आवंटन संबंधित समस्त जानकारी जोसा काउंसलिंग के बिजनस रूल में जारी कर दी गई है।
इस वर्ष सीट आवंटन प्रक्रिया में छात्राओं को अतिरिक्त सीटें मिलाकर कुल 14 प्रतिशत सीटों पर आवंटन होने से काउंसलिंग में भाग लेने वाली सभी छात्राओं को काफी लाभ मिलेगा एवं पीछे की रैंक वाली छात्राओं को भी अच्छे आईआईटी एवं एनआईटी में ब्रांच मिलने की संभावनाएं बढ़ेंगी। इस वर्ष आईआईटी-एनआईटी, ट्रिपलआईटी में प्रवेश के लिए ज्वाइंट काउंसलिंग सात राउण्ड में होगी, इसके उपरान्त एनआईटी, ट्रिपलआईटी की रिक्त रही सीटों के लिए दो स्पेशल राउण्ड काउंसलिंग भी करवाई जाएगी। विद्यार्थियों को अपने काॅलेजों को प्राथमिकता के घटते हुए क्रम में भरने का एक ही अवसर मिलेगा, जिसको लाॅक करने के उपरान्त उसमें बदलाव नहीं किया जा सकेगा। विद्यार्थी इस वर्ष 100 काॅलेजों के 600 से अधिक प्रोग्राम्स के लिए काॅलेज विकल्प भरेंगे। जोसा की वेबसाइट पर विद्यार्थी समस्त काॅलेजों की गत वर्षों की ओपनिंग व क्लोजिंग रैंक को देखकर अपनी स्थिति का अनुमान लगा सकते हैं, यह ओपनिंग एवं क्लोजिंग रैंक हर वर्ष परिवर्तित होती रहती है। अतः विद्यार्थियों को अपने रूझान व ब्रांच लेने की प्राथमिकता को ध्यान में रखते हुए पर्याप्त काॅलेजेज की च्वाइस भरनी चाहिए।