जेईई : अब विद्यार्थी छह बार दे सकेंगे जेईई मेन
देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन जिसमें हर वर्ष लगभग 12 लाख विद्यार्थी भाग लेते हैं। इस परीक्षा की आॅनलाइन आवेदन प्रक्रिया 1 सितंबर से प्रारंभ हो चुकी है। इस वर्ष यह परीक्षा एनटीए द्वारा दो बार जनवरी और अप्रैल के माह में पूर्णतः कंप्यूटर बेस्ड कराई जा रही है। जनवरी माह में यह परीक्षा 6 जनवरी से 20 जनवरी के मध्य देश के 264 शहरों में संपन्न होगी। साथ ही विदेशों के 9 शहरों में भी इस परीक्षा के परीक्षा केंद्र होंगे। राजस्थान में यह परीक्षा 11 शहरों में होगी। जिनमें अजमेर, अलवर, भरतपुर, भीलवाड़ा, बीकानेर, जयपुर, जोधपुर, कोटा, सीकर, श्रीगंगानगर, उदयपुर शामिल हैं। साथ ही विदेशों में यह परीक्षा बेहरान, काॅलम्बो, दोहा, दुबई, काठमांडू, मस्कट, रियाद, शारजाह व सिंगापुर शहरों में भी कराई जाएगी। आवेदन की अंतिम तिथि 30 सितंबर तक रखी गई है।
ऐसे आवंटित होंगे स्लाॅट
विद्यार्थियों की शंकाओं को देखते हुए जेईई मेन वेबसाइट पर नए एफएक्यू जारी कर दिए गए हैं। जारी किए गए एफएक्यू के अनुसार जेईई मेन एग्जाम देने के लिए अटैम्प्ट एकेडमिक सेशन के अनुसार गिना जाएगा। यानी यदि विद्यार्थी पहली बार हो रही साल में दो बार जेईई मेन परीक्षाओं में से दोनों ही परीक्षाएं देता है तो भी उसका एक अटैम्प्ट ही गिना जाएगा। इस प्रकार विद्यार्थियों के पास लगातार तीन साल में जेईई मेन देने की योग्यता को देखते हुए छह बार परीक्षा देने का मौका उपलब्ध रहेगा। एफएक्यू के अनुसार आॅनलाइन आवेदन के दौरान विद्यार्थियों को परीक्षा देने की तारीख एवं शिफ्ट चुनने का मौका इसलिए नहीं दिया गया क्योंकि एनटीए द्वारा विभिन्न स्लाॅटों में हो रही जेईई मेन परीक्षा देने के लिए हर स्लाॅट में बराबर बराबर संख्या में विद्यार्थियों को परीक्षा देने के लिए बैठाया जाना है। अतः एनटीए द्वारा कम्प्यूटर साॅफ्टवेयर से विद्यार्थियों को रेण्डमली परीक्षा केन्द्र, तारीख एवं समय आवंटित किया जाएगा।
ऐसे जारी होगी एआईआर
इन्फाॅर्मेशन बुलेटिन में जारी जानकारी के अनुसार प्रथम बार विद्यार्थियों की जेईई मेन स्काॅर के आधार पर परसेन्टाइल 7 डेसीमल तक निकालकर आॅल इंडिया रैंक जारी की जाएगी। यह परसेन्टाइल एक सेशन में बैठने वाले विद्यार्थियों की संख्या एवं उस सेशन में अधिकतम अंक के आधार पर जारी होगी। यदि विद्यार्थी दोनों जेईई मेन परीक्षाएं देता है तो उसके दोनों परीक्षाओं के अधिकतम अंक के आधार पर निकाली गई परसेन्टाइल के आधार पर ही उसकी आॅल इंडिया रैंक घोषित की जाएगी। यदि दो विद्यार्थियों की जेईई मेन स्काॅर से निकाली गई परसेन्टाइल समान आती है तो सर्वप्रथम दोनों विद्यार्थियों के मैथेमेटिक्स के अंकों के हिसाब से निकाली गई परसेन्टाइल, उसके उपरांत फिजिक्स के अंकों पर निकाली परसेन्टाइल और फिर अंत में कैमेस्ट्री के अंकों पर निकाली गई परसेन्टाइल को आॅल इंडिया रैंक जारी करने का आधार माना जाएगा। जेईई मेन आॅनलाइन परीक्षा के हर सेशन में यह परसेन्टाइल नियम लागू किया जाएगा और सभी सेशंस में बैठने वाले विद्यार्थियों की परसेन्टाइल स्काॅर को मर्ज कर नाॅर्मलाइज किया जाएगा। इसके उपरांत विद्यार्थियों की परसेन्टाइल के अनुरूप आॅल इंडिया रैंक जारी होगी। विद्यार्थी की जेईई मेन स्काॅर के आधार पर एडवांस्ड परीक्षा देने की योग्यता को भी उच्चतम अंकों के अनुसार ही लिया जाएगा।
डिप्लोमाधारक विद्यार्थी ध्यान दें
डिप्लोमाधारक विद्यार्थी जेईई मेन परीक्षा द्वारा क्वालीफाई होकर एडवांस देने की योग्यता के लिए पात्र होंगे, लेकिन जेईई मेन स्काॅर के आधार पर उन्हें एनआईटी, ट्रिपलआईटी व जेएफटीआई में प्रवेश के पात्र नहीं होंगे।