पाॅजिटिव एनर्जी के साथ एग्जाम दें
आप जिंदगी में अच्छे इंजीनियर या डाक्टर बनना चाहते हैं तो 1 या 2 वर्ष में की गई साधना आपके लिए सफलता के द्वार अवश्य खोलेगी। अंतिम पलों में एकाग्रता व संयम के साथ रिहर्सल करें। सिर्फ खुद की तैयारी पर फोकस करें। हमेशा ध्यान रखें कि पेपर का पैटर्न चाहे जो भी हो, सब्जेक्ट तो वही रहेंगे। इसलिए जीत से कोई नहीं रोक सकता। विल के साथ पाॅवर भी जोड़ दें। मोबाइल, फेसबुक, वाट्सएप या मूवी से दूर रहें। पाॅजिटिव एनर्जी के साथ सबसे बड़ा इम्तिहान देने के कुछ प्रभावी मंत्र-
रोज सुबह खुद को रिचार्ज करें
– हर सुबह उगते सूरज को देखें और कांच के सामने खड़े होकर 5 मिनट तक ठहाके लगाएं। हंसी के यह पल आपको आत्मविश्वास से लबरेज कर देंगे। किसी विजेता की तरह मुस्कान लेकर ही बाहर निकलें।
– सुबह-शाम 5 मिनट तक लंबी सांस लेते हुए मेडिटेशन करें।
– नियमित टाइमटेबल से पढ़ें। प्रत्येक सब्जेक्ट को बराबर महत्व दें। पढ़ते समय थ्योरी के साथ न्यूमेरिकल प्राॅब्लम्स का भी ध्यान रखें। शुरुआत बेसिक्स से करें।
सही रणनीति से पेपर दें
– परीक्षा के दिन बोल्ड, कूल, रिलैक्स, काॅन्फिडेंट और पाॅजिटव रहने से नई एनर्जी मिलेगी।
– किसी भी प्रश्न में तुरंत आंसर देने की प्राथमिकता से बचें। पहले उसे हल करने का सही प्रयास करें।
– किसी भी प्रश्न को बीच में नहीं छोड़ें। एक से दूसरे प्रश्न तक पहुंचने में जल्दबाजी करना ठीक नहीं। कई स्टूडेंट्स प्रश्न को पूरा समझने की जगह उसे हल करने में जुट जाते हैं, यह गलत है।
– आजकल पेपर में प्रश्न पढने में ही गलती हो जाती है। याद रखें, प्रश्न को पढ़ने में ही उसे साॅल्व करने का तरीका छिपा होता है।
हर स्तर पर रहें पाॅजिटिव
– हर पल पाॅजिटिव रहने के बारे में सोचें। एक बात मन में रखें कि- जब पेपर सामने होगा तो मैं वैसा ही प्रयास करूंगा, जैसा मैं बनना चाहता हूं।
– हताशा को मन से दूर भगाएं। पेपर से पहले कभी सोचे नहीं कि मैं सलेक्ट हो पाउंगा या नहीं। हमेशा सोचें कि मै अपने हार्डवर्क और नियोजित ढंग से की गई तैयारी के दम पर सलेक्ट होकर दिखाउंगा।
– मुझे खुद पर, अपनी मेहनत, शिक्षक और सबसे महत्वपूर्ण मेरे ईश्वर पर पूरा भरोसा है।
रिवीजन एक चाबी की तरह
– फाइनल टेस्ट के लिए अपना सौ फीसदी प्रयास करें। किसी एग्जाम का ताला खोलने के लिए रिवीजन एक चाबी है। शेड्यूल से पढते हुए बीच में कुछ विज्ञाम जरूर लें।
टाइम मैनेजमेंट से आगे रहें
– अंतिम दिनों का एक-एक पल महत्वपूर्ण है। अन्य गतिविधियों से दूर रहें। हमारे लिए समय धन से कीमती है।
– देर रात तक नहीं पढ़ें। सुबह 6 बजे उठकर पढ़ें और रात 11 बजे सो जाएं। इससे सुबह के समय मस्तिष्क ज्यादा एक्टिव रहेगा और पेपर देने में आसानी रहेगी।
– परीक्षा के एक दिन पहले कम से कम 6 से 7 घंटे नींद लें। अन्यथा अगले दिन एकाग्र नहीं हो पाएंगे।