Class 10th Evaluation Criteria 2021: इन फॉर्मूले से तैयार होंगे सीबीएसई समेत विभिन्न राज्य बोर्ड की 10वीं कक्षा के परिणाम
भारत में दूसरी कोविड -19 लहर के बीच, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने इस वर्ष अप्रैल में कक्षा 10 के स्टूडेंट्स के लिए बोर्ड परीक्षाओं को रद्द कर दिया था। वहीं, सीबीएसई के बाद, कई राज्य बोर्डों ने 10वीं कक्षा की परीक्षाओं को रद्द कर दिया है और मूल्यांकन मानदंड जारी किए हैं। हालांकि, कुछ राज्यों ने अभी तक मूल्यांकन मानदंड को अंतिम रूप नहीं दिया है। वहीं, सीबीएसई के अलावा यूपी, महाराष्ट्र, ओडिशा, वेस्ट बंगाल समेत अन्य कई स्टेट बोर्ड ने 10वीं कक्षा के रिजल्ट तैयार करने का फॉर्मूला साझा कर दिया है।
कैसे तैयार होंगे 10वीं के रिजल्ट
यूपी बोर्ड कोविड-19 के कारण 10वीं की रद्द हुई परीक्षा के लिए यूपी बोर्ड ने इवैल्यूएशन क्राइटेरिया जारी कर दिया है। जिसके अनुसार, 10वीं कक्षा के परिणाम कक्षा 9 के 50 प्रतिशत अंक और कक्षा 10 के प्री-बोर्ड के 50 प्रतिशत अंक को जोड़कर तैयार किया जाएगा। वहीं, ऐसे स्टूडेंट्स जो कि मूल्यांकन पद्धति के अनुसार रिजल्ट से संतुष्ट नहीं होंगे, तो उनके लिए स्थिति सामान्य होने पर परीक्षा आयोजित की जाएगी।
महाराष्ट्र बोर्ड महाराष्ट्र बोर्ड की कक्षा 10 के नतीजे छात्रों के उनकी कक्षा 9 और कक्षा 10 के इंटरनल असेसमेंट के आधार पर तैयार किए जाएंगे। जिनमें 50 प्रतिशत वेटेज कक्षा 9 और 50 प्रतिशत वेटेज कक्षा 10 के लिए होगा।
ओडिशा बोर्ड ओडिशा बोर्ड द्वारा जारी मानदंड के अनुसार, 10वीं कक्षा के छात्रों का मूल्यांकन कक्षा 9 और कक्षा 10 के अंकों के आधार पर किया जाएगा। बोर्ड द्वारा पिछले चार वर्षों की कक्षा 10 की परीक्षा में एक स्कूल के प्रदर्शन पर भी विचार किया जाएगा। कक्षा 10 के छात्रों के लिए, कक्षा 9 की अर्ध-वार्षिक परीक्षा, वार्षिक परीक्षा और कक्षा 10 में आयोजित प्रैक्टिस टेस्ट में उनके प्रदर्शन के आधार पर अंक दिए जाएंगे।
वेस्ट बंगाल बोर्ड कक्षा 10 के लिए, वेस्ट बंगाल बोर्ड ने रिजल्ट तैयार करने के लिए 50:50 का फॉर्मूला अपनाने का फैसला किया है। इनमें 50 प्रतिशत अंक कक्षा 9 की वार्षिक परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर दिए जाएंगे। जबकि, शेष 50 प्रतिशत शैक्षणिक वर्ष के दौरान कक्षा 10 के आंतरिक मूल्यांकन के अंकों से प्राप्त किए जाएंगे।